शनिवार, 21 अक्टूबर 2023

वसंततिलका छंद

वसन्ततिलका(तभजजगागा):-

लक्षण/ विशेषताएं:-
१. यह एक वर्णिक छंद है।
२. इसके प्रत्येक चरण में 14-14 वर्ण होते हैं।
३. इसके प्रत्येक चरण में क्रमशः तगण, भगण, दो जगण एवं दो गुरु होते हैं ।
४. इसमें 8-6 पर यति होती है ।

उदाहरण:-

" प्राणी समस्त सम है, यह भाव राखूँ I
 ऐसे विचार रख के, रस दिव्य चाखूं ।
 हे नाथ ! पूर्ण करना, मन कामना को ।
 मेरी सदैव रखना, दृढ़ भावना को ॥"

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